स्वः से स्वदेशी तक

ज्योत्सना हर बड़ा बदलाव, हर विचार, हर आंदोलन की शुरुआत होती है खुद से — “स्वः” से।अपने भीतर झाँकने से, अपनी सोच, अपनी कमजोरियों और ताकतों को पहचानने से।आज का युवा तेज़, जागरूक और बहुमुखी है, लेकिन इसी तेज़ रफ़्तार में कहीं हम अपनी जड़ों, अपनी मिट्टी और अपनी पहचान से दूर न हो जाएँ […]

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