सोने के पिंजड़े में क़ैद होना या बेशर्त आज़ाद होना! ये दो विकल्प सामने हों तो आप क्या चुनेंगे?
–Written By चन्दन शुभम सोने के पिंजड़े में क़ैद होना या बेशर्त आज़ाद होना! ये दो विकल्प सामने हों तो आप क्या चुनेंगे? निःसंदेह आज़ादी। मानव जीवन की मूल जरुरत है आजादी। सपने देखने की आज़ादी, उनको पूरा कर सकने की आज़ादी। व्यक्तिगत आज़ादी समाज को आज़ाद करती है, और सामाजिक आज़ादी देश को। जब […]
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